इस पोस्ट में हमलोग बिहार बोर्ड कक्षा 09 भौतिक विज्ञान का पाठ 2 गति [मोशन] के सभी टॉपिकों के व्याख्या को पढ़ेंगें, जो परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इस पाठ को पढ़ने के बाद इससे संबंधित एक भी प्रश्न नहीं छूटेगा।…….. By Vikrant sir……
अध्याय:2 गति [ Motion]
विराम (Rest )– यदि किसी वस्तु की स्थिती अन्य वस्तुओं की अपेक्षा समय के साथ नहीं बदलती है , तो उस वस्तु को विराम , में कहा जाता है।
गति (Motion)– यदि किसी वास्तु की स्थिती अन्य वस्तुओं की अपेक्षा समय के साथ बदलती है, तो उस वस्तु को गति में कहा जाता है ।
गति के प्रकार –
- रैखिक गति ( Linear motion )– इसमें वस्तुएँ सीधी रेखा या वक्र रेखा पर चलती है | जैसे – बन्दुक से निकली गोली, पटरी पर चलती ट्रेन |
- वृतीय गति ( Circular motion )– इसमें वस्तुएँ वृताकार पथ पर चलती है | जैसे – सूर्य के ओर पृथ्वी की गति
- दोलनी गति ( Oscillatory motion )– इसमें वस्तु एक निश्चित बिंदु के आगे – पीछे या ऊपर – नीचे चलती है | जैसे – दीवार घड़ी के पेंडुलक गति |
- आवर्त गति ( Periodic motion )– इसमें वस्तु अपनी गति को समय के निश्चित अंतरालों पर दुहराती है | जैसे – झूले की गति, सिलाई मशीन के सुई की गति |
- आद्रिक्षिक गति:वैसा गति जिसका दिशा हमे पता न हो तो उसे आद्रिक्षिक गति कहते है।जैसे: मक्खी की गति, फुटबॉल खिलाड़ी की गति
दूरी (Distance )– जब कोई कण एक बिंदु से दूसरे बिंदु तक जाता है तो पथ की पूरी लम्बाई कण द्वारा तय की गई दूरी होती है |
- दूरी= तय की गई कुल लंबाई या दूरी =चल × समय
- S.I मात्रक – मीटर (m)
- यह एक आदिश राशि है।
- दूरी सदैव धनात्मक होती हैं।
विस्थापन ( Displacement )– किसी कण द्वारा तय की गई न्यूनतम दूरी विस्थापन कहलाता है | या , किसी कण की प्रारंभिक तथा अंतिम बिंदु के बीच की न्यूनतम दूरी को विस्थापन कहते हैं |
- इसे S द्वारा सूचित किया जाता हैं।
- विस्थापन = अंतिम दूरी – प्रारंभिक दूरी
- S.I मात्रक – मीटर (m)
- यह एक सदिश राशि है।
- यह धनात्मक, ऋणात्मक,और शून्य हो सकता है।
अदिश राशि ( Scalar quantity )- जिस राशि को पूर्ण रूप से व्यक्त करने के लिए केवल परिमाण की आवश्यकता होती है , उस राशि को अदिश राशि कहते हैं | जैसे – द्रव्यमान ,समय , आयतन , घनत्व |
सदिश राशि ( Vactor quantity )– जिस राशि को पूर्ण रूप से व्यक्त करने के लिए परिमाण और दिशा दोनों की आवश्यकता होती है , उस राशि को सदिश राशि कहते हैं | जैसे – बल , त्वरण , वेग , विस्थापन |
चाल (Speed ) – किसी वस्तु द्वारा एक छोटे समय अंतराल में तय की गई दूरी और उस समय अंतराल के अनुपात को उस वस्तु की चाल कहते हैं |
- चाल का S.I मात्रक – मीटर/सेकेंड (m/s)
- चाल एक आदिश राशि है।
- यह हमेशा धनात्मक होती हैं।
औसत चाल ( Average Speed )– किसी वस्तु द्वारा किसी समय अंतराल में तय की गई दूरी और उस समय अंतराल के अनुपात को उस वस्तु की औसत चाल कहते हैं |
एकसमान चाल ( Uniform speed )– यदि कोई वस्तु बराबर समय अंतराल में बराबर दूरी तय करे (चाहे वह समय अंतराल कितना ही छोटा क्यों न हो )तो कहा जाता है की वह एकसमान चाल से गति कर रही है |
असमान चाल ( Non-uniform speed )– यदि कोई वस्तु बराबर समय अंतराल में जब असमान दूरी तय करे , तब उसकी चाल असमान कही जाती है |
वेग ( Velocity )– किसी गतिमान वस्तु का वेग इकाई समय में वस्तु का विस्थापन है | या “किसी वस्तु द्वारा इकाई समय में तय की गई विस्थापन को ही वेग कहते है।”
- इसे V द्वारा सूचित किया जाता हैं
- यह एक सदिश राशि है।
- इसका S.I मात्रक – मीटर/सेकेंड (m/s)
- यह धनात्मक, ऋणात्मक और शून्य हो सकती हैं।
त्वरण ( Acceleration )– समय के साथ वेग में परिवर्तन की दर को त्वरण कहते हैं |
- इसे a द्वारा सूचित किया जाता हैं।
- यह एक सदिश राशि है।
- यह धनात्मक, ऋणात्मक और शून्य हो सकती हैं।
- इसका S.I मात्रक – मीटर/सेकेंड ² (m/s²)
- धनात्मक – वेग में वृद्धि
- ऋणात्मक- वेग में कमी या मंदन या अत्वरण
एकसमान त्वरण ( Uniform acceleration )– जब किसी वस्तु के वेग में बराबर समय अंतराल में , चाहे समय अंतराल कितना ही छोटा क्यों न हो , बराबर परिवर्तन होता है , तो उसका त्वरण एकसमान या अचर कहा जाता है |
असमान त्वरण ( Non-Uniform acceleration )– जब किसी वस्तु के वेग में बराबर समय अंतराल में बराबर परिवर्तन न हो, तो उसका त्वरण असमान या चर कहा जाता है |
वेग-समय समीकरण ( Velocity-time equation )– माना कोई कण का बिंदु A पर प्रारंभिक वेग (u) तथा बिंदु B पर अंतिम वेग (v) है और वेग t समय में परिवर्तित होता है |
विस्थापन-समय समीकरण ( Displacement-time equation )– माना कोई कण का बिंदु A पर प्रारंभिक वेग (u) तथा बिंदु B पर अंतिम वेग (v) है और वेग t समय में परिवर्तित होता है |
वेग-विस्थापन समीकरण (Velocity-displacement equation )– माना कोई कण का बिंदु A पर प्रारंभिक वेग (u) तथा बिंदु B पर अंतिम वेग (v) है और वेग t समय में परिवर्तित होता है |
एकसमान वृत्तीय गति ( Uniform circular motion )– जब एक कण वृतीय पथ पर एकसमान चाल से चलता है तब उसकी गति को एकसमान वृत्तीय गति कहा जाता है |
नोट – वृत्तीय पथ पर वेग लगातार बदलते रहता है , भले ही उसकी चाल एकसमान हो |
Nice